नाले में करोड़ों मिले

ग्वालियर नगर निगम ने करोड़ों खर्च कर स्वर्णरेखा नदी में पानी तो आया लेकिन एक निर्धारित समय सीमा के भीतर ही गायब हो गया और अब तो बस गंदे नाले में तब्दील हो गया अरे ये पैसा किसके बाप का था जिसके नाले में बह जाने का किसी को गम नहीं हुआ सड़क बनाने वाले ठेकेदारों को रखरखाव 5 साल के आदेश दिया जाता है स्वर्णरेखा में बने फिश एक्वेरियम को ये नियम क्यों नहीं-?